प्रदेश भर में चलाया जाएगा समन्वित नशा विरोधी अभियान, सभी विभागों की भूमिका तय
युवाओं में बढ़ती नशे की लत पर जताई गहरी चिंता
देहरादून: मुख्य सचिव श्री आनंद बर्द्धन ने सचिवालय में राष्ट्रीय नारकोटिक्स समन्वय पोर्टल (एनकॉर्ड) की बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रदेश के मैदानी और पर्वतीय क्षेत्रों में युवाओं के बीच बढ़ती नशे की प्रवृत्ति पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि नशे पर काबू पाने के लिए अब सख्त और समन्वित कार्रवाई की जाएगी।
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मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि पुलिस विभाग को कड़े कदम उठाने होंगे। इसके लिए उन्होंने एसएसपी एसटीएफ नवनीत सिंह को सिंगल पॉइंट नोडल अधिकारी नामित किया और उन्हें नशे के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हेतु पूरी छूट प्रदान की। उन्होंने कहा कि इस अभियान में जो भी संसाधन चाहिए होंगे, सरकार उन्हें उपलब्ध कराएगी।
प्रदेशभर में एक साथ चलेगा अभियान
मुख्य सचिव ने कहा कि नशे के ईको सिस्टम को खत्म करने के लिए पूरे प्रदेश में एक साथ अभियान चलाया जाए। इस अभियान में स्वास्थ्य विभाग, पुलिस, शिक्षा विभाग सहित सभी संबंधित विभागों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने ड्रग इंस्पेक्टरों को भी अभियान में शामिल करने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने सभी जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए कि वे शिक्षण संस्थानों और हॉस्टलों के प्रमुखों से संवाद कर छात्रों के मेडिकल टेस्ट के लिए सहमति प्राप्त करें। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग उपकरण और टेस्ट सामग्री उपलब्ध कराएगा।
मानसिक स्वास्थ्य समितियों की हर माह बैठक होगी
उन्होंने कहा कि जिला मानसिक स्वास्थ्य प्राधिकरण और समन्वय समिति की हर महीने बैठकें आयोजित की जाएं। साथ ही, सरकारी नशामुक्ति और मानसिक स्वास्थ्य केंद्रों की क्षमता भी बढ़ाई जाए। मुख्य सचिव ने कहा कि सभी प्राइवेट नशा मुक्ति केंद्रों का भौतिक निरीक्षण किया जाए और जो मानकों को पूरा नहीं कर रहे हैं, उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि नशे की चपेट में आए युवाओं को सकारात्मक गतिविधियों से जोड़ा जाए, जिससे वे जल्द स्वस्थ हो सकें।
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इस बैठक में सचिव शैलेश बगौली, डॉ. आर. राजेश कुमार, डॉ. रंजीत सिन्हा, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर डॉ. वी. मुरूगेशन, आईजी लॉ नीलेश भरणे, अपर सचिव निवेदिता कुकरेती, रंजना राजगुरू और एसएसपी एसटीएफ नवनीत सिंह सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।